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सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट

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सरसों भाव में लगातार गिरावट जारी है और अभी भी उत्पादन ज्यादा होने के कारण मिलें खरीद नहीं कर रही। सरसों भाव में और भी मंदी आने की संभावना है। रोजाना अपनी मंडी के भाव और तेजी मंदी रिपोर्ट पाने के लिए हमारी वेबसाइट पर जरूर विजीट करें।

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सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट

सरसो का भाव फिसलकर 2 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा। पिछले एक सप्ताह में जयपुर सरसो में 300 रूपए की गिरावट आ चुकी है। सरसो तेल के ऊँचे भाव की वजह से डिमांड कमजोर बनी हुई है। बाहरी मार्केट का बिलकुल सपोर्ट नहीं मिल रहा है। सरसो में जरुरत से ज्यादा और उम्मीद से पहले बड़ी गिरावट आयी।

खल और सरसो तेल की डिमांड कमजोर पड़ने से मीलों की मांग बेहद कमजोर ‘बिकवाली का दबाव और कमजोर मांग से जयपुर सरसो अपने सपोर्ट 5380 के निचे बंद हुआ। पिछले वर्ष मई महीने में जयपुर सरसो 700 रुपये मंदा हुआ था और इस वर्ष वो मंदी अप्रैल में हीँ आ गयी।

इंडोनेशिया के निर्यात पालिसी में ढील से केएलसी में गिरावट बढ़ी। इंडोनेशिया ने घरेलू बिक्री नियम को 4.5 लाख टन से घटाकर 3 लाख टन किया। इससे एक्सपोर्ट के लिए अधिक स्टॉक मिलेगा जो की बाजार पर दबाव डालेगा। मलेशिया का पाम तेल उत्पादन 1.5% से 4.40% के बीच गिरा जो की गिरते बाजार के लिए थोड़ा सहारा देगा। केएलसी अपने प्रमुख सपोर्ट 3400 के करीब है

सरसों भाव रिपोर्ट

इसलिए देखना है की आने वाले दिनों में इसको होल्ड करता है या तोड़के निचे फिसलता है। कांडला में पाम तेल के आगे के सौदे 5-6 रुपये / किलो निचे बोले जा रहे हैं जो की पाम तेल पर दबाव डालेगा। वहीं सोया तेल के फॉरवर्ड में ज्यादा अंतर नहीं लेकिन पाम तेल में गिरावट से सोया पर रहेगा दबाव।

केएलसी अपने सपोर्ट के करीब है जहाँ से रिकवरी मिलने पर घरलू बाजार में खाद्य तेलों को कुछ सहारा मिलेगा। और अगर यह सपोर्ट टूटता है तो आगे भी खाद्य तेलों में गिरावट जारी रहेगी। सरसो तेल में गिरावट और तेलों के कमजोर सेंटीमेंट को देखते हुए राइस ब्रान में ऊपरी स्तरों से 12-15 रूपए/किलो की गिरावट आ चुकी है।

आगे भी सरसो तेल और ने तेलों में कमजोर को देखते हुए राइस ब्रान में 4-5 रूपए/किलो गिरावट देखने को मिल सकती है। तेलों में कोई भी रिकवरी को टिकाऊ तेजी नहीं मानना चाहिए और जरुरत अनुसार ही व्यापार करें।
व्यापार अपने विवेक से करें ।